हर मन में एक कहानी दबी हुई होती है , बस उसे उजागर करने का तरीका अलग-अलग होता है
आइये जानते हैं इस सफर के प्रारम्भ होने की कहानी
बचपन मैं मुझे डायरी में लिखने का शौक था। कभी कोई छोटी-मोती कहानी लिख देता , या फिर कोई जनरल नौलेज की कोई घटना लिख देता। परन्तु ज्यादातर कहानियां होती थी। उस वक़्त जरा भी आभाष नहीं था की ये आदत एक दिन मुझे ब्लॉग लिखने के लिए प्रेरित करेगी। और फिर मेरी ये आदत एक ब्लॉग के रूप में उभरने लगी। धीरे धीरे ब्लॉग में लिखना मेरी आदत बन गयी और आदत से अनुराग में कब तब्दील हों गयी पता ही नहीं चला।
ये कहानियां की के दिल की आवाज़ हों सकती हैं या फिर किसी का कोई ख़ास एहसास हों सकता है। मुझे ऐसा लगा की मुझ जैसे कई और लोग भी हैं दुनिया में जो मेरी तरह सोचते हैं। या मेरी लिखी हुई कहानियां कही न कही उनकी जिंदगी से मेल खाती हैं तो बस रुकना क्यों था मैंने यही सोच कर यह ब्लॉग प्रारम्भ कर दिया और जुड़ गया लोगो की दिलों से।
मेरी सोच क्या है?
मेरा यह मानना है कि हर किसी का जीवन एक खुली किताब की तरह होता है इसमें हर एक पन्ना एक नई कहानी को बयां करता है उनमें से कुछ कहानियां रुलाती हैं तो कुछ हंसाती हैं और कुछ हमें जीवन में कुछ मजबूत करने की प्रेरणा देती हैं
मेरा यह ब्लॉग मेरी कहानियां में ,मेरा यही प्रयास रहता है कि मैं इन कहानियों को ऐसे स्वरूप में अपने पाठकों तक और अपने ऑडियंस तक पेश करूं कि वह सिर्फ उसे पढ़े ही नहीं बल्कि उनको उन कहानियों का एहसास भी हो और वे उन्हें महसूस करें। मेरा इस ब्लॉग को लिखने का उद्देश्य यह है कि मेरा ,पाठकों के साथ जुड़ाव बना रहे उनके साथ मेरे एक ऐसा रिश्ता बने जो कि उनके दिल की गहराई तक पहुंच सके.
मैंने यह ब्लॉग आप जैसे पाठकों के लिए ही लिखा है जो शब्दों को जीते हैं , जो भावनाओं की क़द्र करना जानते हैं और शब्दों के माध्यम से दूसरों तक अपनी अभिव्यक्ति पहुंचते हैं। मैं यह चाहता हूँ की मेरा यह ब्लॉग "मेरी कहानियां" केवल मेरी ही आवाज़ न रहे अपितु आप सबकी आवाज़ बन जाए
यदि आज तक आपको कुछ ऐसा मंच नहीं मिला जिस पर आप आने दिल की बात लिखना चाहते हों, या फिर कहानी लिखना चाहते हों। तो "मेरी कहानियां" आपके लिए सही मंच है।
आप अपनी कहानियां हम तक भेजें, हम उन कहानियों को इस ब्लॉग पर आपके नाम के साथ प्रकाशित करेंगे और आपकी आवाज़ दूर किसी और तक पहुचायेंगे जो बिलकुल आप जैसा सोचता हों। क्युकी मुझे लगता है की हर मन में कोई न कोई कहानी होती है बस कोई होना चैहिये उसे सुनाने वाला
जब किसी कहानी पर कोई पाठक ये कहता है कि "ये तो मेरी ज़िंदगी की कहानी लगती है" या "आपने दिल की बात कह दी" -तो मुझे आभाष होता है कि ये सफर सही दिशा में जा रहा है।
आपका प्रेम , आपकी प्रतिक्रिया, आपकी चुप्पी में भी छिपा है समर्थन -यही मेरी असली शक्ति है और प्राप्ति है ।
कहानियाँ सिर्फ लिखी नहीं जातीं, जी जाती हैं। और जब कोई उन्हें पढ़ता है, तो वो फिर से जिंदा हो जाती हैं।